22/01/2014

ब्रॉड बैंड प्लान एवं भारत संचार निगम लि. द्वारा जारी बिल के बारे में शिकायत तथा सुझाव।

मकसद मेरा साफ! सभी के साथ इंसाफ!

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’
राष्ट्रीय अध्यक्ष : भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)-दिल्ली
राष्ट्रीय अध्यक्ष : जर्नलिस्ट्स, मीडिया एण्ड राइटर्स वैलफेयर एसोसिएशन, लखनऊ
प्रकाशक एवं सम्पादक : प्रेसपालिका (जयपुर से प्रकाशित एवं राजस्थान के सभी जिलों तथा देश के 22 राज्यों में प्रसारित हिन्दी पाक्षिक समाचार-पत्र)
निवास : 7, तँवर कॉलोनी, खातीपुरा रोड, जयपुर-302006 (राजस्थान)
Res. : 7, Tanwar Colony, Khatipura Road, JAIPUR-203006, RJ
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पत्रांक : जयपुर/निरंकुश/13-12-1                                                                        दिनांक : 22.01.2014

प्रतिष्ठा में,
मुख्य महाप्रबन्धक
भारत संचार निगम लि.
मिर्जा इस्माईल रोड, जयपुर (राजस्थान)

विषय : ब्रॉड बैंड प्लान एवं भारत संचार निगम लि. द्वारा जारी बिल के बारे में शिकायत तथा सुझाव।

उपरोक्त विषय में, मैं आपके ध्यान में निम्न तथ्यों को लाना चाहता हूँ-

भाग : क

1. यह कि मैं भारत संचार निगम लि. की ओर से उपलब्ध करवायें गये फोन नं. 0141.2222225 का उपभोक्ता हूँ।

2. यह कि जब कभी भी भारत संचार निगम लि. के एक्सचेंज में लाइट चली जाती है तो मेरा उक्त फोन एवं उक्त फोन पर उपलब्ध ब्रॉड बैंड सेवा सौ फीसदी ठप्प हो जाते हैं।

3 यह कि उक्त बिन्दु 2 में बताये अनुसार सेवा ठप्प हो जाने के दौरान यदि कोई व्यक्ति उक्त फोन पर मुझे काल करता है तो उसे भारत संचार निगम लि. के द्वारा सन्देश सुनाया जाता है कि इस नम्बर की सेवाएँ अस्थायी रूप से छीन ली गयी हैं। यहॉं यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि जिन उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिल जमा नहीं करवाये जाते हैं, उनके फोन पर सेवाएँ बन्द कर देने के बाद भी काल करने वाले को भारत संचार निगम लि. की ओर से इसी प्रकार का सन्देश सुनाया जाता है। इससे मेरे उक्त फोन पर काल करने वालों को यह प्रतीत होता है कि मेरी ओर से उक्त फोन का बिल नहीं जमा किया गया है। जो भारत संचार निगम लि. की ओर से मेरा सार्वजनिक रूप से खुल्लमखुल्ला अपमान किये जाने के समान है।

भाग : ख

1. यह कि पिछले वर्ष भारत संचार निगम लि. की बॉड बैंड लाइनों को रेलवे द्वारा काट दिया गया था, जिसके कारण काफी दिनों तक बॉड बैंड की सेवा पूर्णत: ठप्प रही थी। जिसमें मेरा उक्त फोन नं. भी शामिल था। स्थानीय समाचार-पत्रों में भी इस बारे में अनेक बार समाचार-प्रकाशित हुए थे। इस बारे में आपको भी सम्पूर्ण जानकारी होगी।

2. यह कि उक्त बिन्दु 1 के अनुसार बॉड बैंड की सेवा पूर्णत: ठप्प रहने के बावजदू भी भारत संचार निगम लि. द्वारा मासिक बिल में उक्त अवधि का शुल्क घटाकर बिल नहीं भेजा गया, जो एक उपभोक्ता के रूप में मेरा खुला और मनमाना शोषण है।

3. यह कि भारत संचार निगम लि. ने बॉड बैंड सेवा में होने वाली अनियमितताओं के सुधार का किसी बाहरी एजेंसी को ठेका दे रखा है, ऐसे में 1500 नं. पर या भारत संचार निगम लि. के स्थानीय सम्बन्धित लोक सेवकों से किसी प्रकार की अनियमितता की बात कहने पर सीधा टका सा जवाब दिया जाता है कि ‘‘ब्रॉड बैंड का मामला हमसे सम्बन्धित नहीं है, ये काम ठेकेदार का है।’’ जबकि उपभोक्ता भारत संचार निगम लि. को बिल का भुगतान करता है, न कि किसी ठेकेदार को। ऐसे में इस प्रकार का रूखा और अशिष्ट जवाब दिया जाना पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना और अनुशासनहीनता है।

4. यह कि उक्त बिन्दु 3 में बताये अनुसार ठेकेदार की सेवाएँ त्वरित और सन्तोषजनक नहीं हैं, जिसके चलते बॉड बैंड की सेवाओं में आये दिन असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। 

भाग : ग

1. यह कि उक्त भाग-क एवं ख में वर्णित दोनों विषयों के सम्बन्ध में भारत संचार निगम लि. में सेवारत निम्न से उच्चतम स्तर तक के लोक सेवकों को मैं अनेक बार व्यक्तिगत रूप से अवगत करवा चुका हूँ, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई सामाधनकारी कार्यवाही नहीं की गयी है। न किये जाने के बारे में मुझे अवगत करवाया गया है।

अपेक्षा : उपरोक्तानुसार आपको औपचारिक रूप से लिखित में अवगत करवाकर आपसे विधिक अपेक्षा करता हूँ कि भारत संचार निगम लि. के राजस्थान के सर्वोच्च लोक सेवक के रूप में आप उक्त विवरण का परीक्षण करवाकर त्वरित कार्यवाही करेंगे और-

(1) भारत संचार निगम लि. द्वारा उत्पन्न की जा रही समस्याओं, भारत संचार निगम लि. के लोक सेवकों की मनमानी व अनुशासनहीनता और सेवाओं में असन्तोष के कारणों का पता लगाकर स्थायी समाधानकारी एवं सुधारात्मक कार्यवाही करेंगे।

(2) इस पत्र की प्राप्ति से मुझे अवगत करवाने के साथ-साथ इस बारे में जो कुछ भी कार्यवाही की जायेगी या नहीं की जायेगी, उसके बारे में और कार्यवाही के परिणामों के बारे में भी अवश्य ही मुझे अवगत करवायेंगे।

भवदीय
(डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’)

उक्त पत्र की जे पी जी कॉपी



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